Auli Snowfall: बर्फ से लकदक हुई औली की पहाड़ियां, फरवरी में होने हैं विंटर गेम्स

Uttarakhand Press News, 13 January 2023: देहरादून: उत्तराखंड में बर्फबारी (Uttarakhand snowfall) का दौर शुरू हो गया है. सैलानी कई दिनों से बर्फबारी का इंतजार कर रहे थे. बीते दिनों बर्फबारी ना होने से सैलानी लौटने तक लग गए थे, लेकिन अचानक मौसम (Uttarakhand weather) ने करवट बदल ली है. बर्फबारी के बाद उत्तराखंड के चमोली औली (Chamoli Auli snowfall) का नजारा देखने लायक बना हुआ है. वहीं बर्फबारी होने से तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई है.

बर्फबारी से दिलकश हुआ नजारा: गौर हो कि चमोली के औली में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है. सुबह सूरज की किरणें धरती पर पड़ते ही पहाड़ चांदी जैसे चमकने लगे. वहीं मैदानी इलाकों में भी सप्ताह भर से चल रहे कोहरे की मार से लोगों को राहत नहीं मिल रही है. बीते दो दिनों से हुई बारिश और बर्फबारी के बाद अलग-अलग जगहों से बर्फबारी की बेहद खूबसूरत तस्वीरें सामने आई हैं. तस्वीरों से ऐसा लगता है मानो प्रकृति ने चारों तरफ सफेद रंग की चादर बिछा दी हो.

पहाड़ी से लेकर पेड़-पौधे पूरी तरह बर्फ से ढके हुए हैं. चमोली में औली में अच्छी खासी बर्फबारी हुई. औली में हो रही बर्फबारी की खबर सुनते ही बड़ी तादाद में पर्यटक चमोली का रुख कर रहे हैं. उत्तराखंड मौसम विभाग (Uttarakhand Meteorological Department) ने उत्तराखंड राज्य के कुछ जनपदों में आज 2500 मीटर व उससे अधिक ऊंचाई पर बर्फबारी का अंदेशा जताया था, जो सच साबित हो रही है.

चकराता में भी बर्फबारी: चकराता की ऊंची पहाड़ियों पर देर रात बारिश के साथ में हल्की बर्फबारी हुई है, जिससे तापमान में काफी गिरावट आई है. बर्फबारी के बाद ठंड में इजाफा देखने को मिला है. चकराता के लोखंडी बुधेर मोहिला टॉप आदि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश के साथ हल्की बर्फबारी हुई है. ठंड के चलते लोग घरों में दुबके हैं.

औली कैसे पहुंचें: चमोली जनपद घूमने के लिए अनेक रमणीक स्थान हैं और यहां पहुंचने के लिए नजदीकी एयरपोर्ट जौलीग्रांट है. वहीं गौचर और बदरीनाथ तक हेली सेवाएं भी मिलती हैं. सड़क मार्ग से ऋषिकेश जौलीग्रांट एयरपोर्ट से चमोली की दूरी 220 किलोमीटर के करीब पड़ती है. ट्रेन का नजदीकी स्टेशन भी ऋषिकेश है. ऋषिकेश से आप खुद की गाड़ी बुक करके या शेयरिंग जीप और कार से जा सकते हैं. विंटर सीजन में यहां आप बर्फबारी और प्रकृति का नजदीक से दीदार कर सकते हैं. जिसके लिए सैलानी लालाहित रहते हैं.

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