Uttarakhand Press 06 July 2023: हादसा उस समय हुआ, जब परिवार हाईवे किनारे कार खड़ी कर पंक्चर हुए टायर को बदल रहा था। हादसे में सताक्षी (30), परी (2), विदांश (3) और प्रिशा (2) की मौत हो गई। अन्य लोगों की हालत भी गंभीर है। सताक्षी के भाई की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दिल्ली-जयपुर हाईवे पर मंगलवार देर रात राजस्थान के भिवाड़ी में स्थित काली खोली मंदिर जा रहे एक परिवार के चार सदस्यों की तेज रफ्तार टाटा-407 की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ, जब परिवार हाईवे किनारे कार खड़ी कर पंक्चर हुए टायर को बदल रहा था। हादसे में सताक्षी (30), परी (2), विदांश (3) और प्रिशा (2) की मौत हो गई। अन्य लोगों की हालत भी गंभीर है। सताक्षी के भाई की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गाजियाबाद के गांव भौपुरा निवासी उमेश पाल ने पुलिस को बताया कि वह मंगलवार शाम मां पुष्पा, दो बहनों सताक्षी और रेणु, जीजा जोनी पाल और उनके बच्चों चारू, आरोही, यशिका, परी, विदांश व प्रिशा के साथ कार से राजस्थान के काली खोली मंदिर जा रहा था। रात करीब साढ़े 12 बजे गुरुग्राम में झाड़सा फ्लाईओवर के पास पहुंचे तो कार का पिछला टायर पंक्चर हो गया। इस पर जोनी पाल ने कार को साइड में लगाया और टायर बदलने लगे।
उमेश ने बताया कि इस दौरान उसकी मां पुष्पा, बहन सताक्षी व रेणु के साथ ही उनके बच्चे चारू, आरोही, यशिका, परी, विदांश व प्रिशा डिवाइडर की तरफ खड़े हो गए। इसी बीच अचानक तेज रफ्तार से आई टाटा-407 ने पहले उनकी कार को जोरदार टक्कर मारी। इसके बाद डिवाइडर के पास खड़ी महिलाओं और बच्चों को रौंद दिया। उमेश का कहना है कि टाटा-407 की रफ्तार इतनी तेज थी कि परिवार के सदस्य उसकी चपेट में आकर काफी दूर तक घिसटते चले गए।
तीन की हालत गंभीर:
हादसे के बाद सभी को मेदांता अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टर ने सताक्षी, परी, विदांश व प्रिशा को मृत घोषित कर दिया, जबकि उमेश की बहन रेणु और मां पुष्पा की हालत गंभीर बनी हुई है। जांच अधिकारी ने बताया कि हादसे के बाद टाटा-407 का चालक फरार हो गया।