Uttarakhand Press News, 11 February 2023: देहरादून में हुए लाठीचार्ज के विरोध में दूसरे दिन शुक्रवार को भी पूरी जिले में युवाओं में सड़कों पर आक्रोश दिखा। जगह-जगह राज्य सरकार के पुतले फूंके गए। उन्होंने पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच कराने और सख्त नकल विरोधी कानून लागू करने की पुरजोर मांग उठाई। हल्द्वानी में गीता पाठ से आंदोलन की शुुरुआत की गई। उत्तराखंड युवा एकता मंच ने रानीबाग में राज्य सरकार, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग, पुलिस और प्रशासन के पुतले की शवयात्रा निकालकर पिंडदान किया। मंच ने चेतावनी दी कि 10 दिन में मांगों पर अमल नहीं हुआ तो पूरे कुमाऊं में व्यापक आंदोलन चलाएंगे। युवाओं के आंदोलन को युवा कांग्रेस, उक्रांद समेत अन्य राजनीतिक दलाें ने समर्थन दिया। आक्रोश और आंदोलन को देखते हुए पुलिस बल तैनात रहा। हल्द्वानी समेत जिले में कहीं भी बाजार बंदी के आह्वान का कोई असर नहीं दिखा। देहरादून में बेरोजगार युवाओं पर लाठीचार्ज के बाद से ही इसकी प्रतिक्रिया हल्द्वानी में दिखने लगी थी। बृहस्पतिवार से ही युवा बुद्ध पार्क में जुट गए। राजनीतिक पार्टियों का समर्थन मिला तो प्रशासन भी अतिरिक्त सतर्क हो गया। यही जद्दोजहद रही कि चिंगारी दूर तक न फैले। शुक्रवार को युवाओं से पहले पुलिस सड़कों पर उतर आई। पुलिस-प्रशासन का खास फोकस नैनीताल रोड स्थित बुद्ध पार्क रहा। जिले भर की फोर्स के साथ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी यहां तैनात रहे। खुफिया तंत्र भी सतर्क रहा। करीब सवा दस बजे से युवा बुद्ध पार्क में जुटने लगे। युवा एकता मंच के संयोजक पीयूष जोशी, राहुल पंत, भूपेंद्र कोरंगा आदि ने एक सुर में मांग की कि पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई से जांच करवाई जाए। साथ ही कहा गया कि दून में युवाओं पर हुए लाठीचार्ज के मामले को युवा एकता मंच मानवाधिकार आयोग लेकर जाएगा। इस दौरान राज्य सरकार के नकल विरोधी कानून से भी युवा असंतुष्ट दिखे। युवक कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बुद्ध पार्क के बाहर सीएम धामी का पुतला फूंका। एनएसयूआई ने विरोध जताते हुए एमबीपीजी डिग्री कॉलेज के बाहर सरकार का पुतला फूंका। युवाओं ने कहा कि आंदोलन जारी रखा जाएगा। सरकार को पेपर लीक प्रकरण की सीबाआई जांच करानी ही होगी। पूर्व दर्जा मंत्री ललित जोशी ने कहा कि अमृतकाल में युवाओं पर लाठियां भांजी जा रही हैं। बैंक से धोखाधड़ी करने वाले विदेश में ऐश कर रहे रहे हैं और यहां युवाओं का खून सड़क पर बहाया जा रहा है। युकां की प्रदेश उपाध्यक्ष मीमांशा आर्या और हेमंत साहू ने कहा कि युवाओं का दर्द हम अच्छी तरह से समझते हैं। पुलिस का डर दिखाकर युवाओं को सरकार चुप नहीं करा सकती है। इस दौरान राहुल पंत, भूपेंद्र कोरंगा, विशाल भोजक, प्रकाश नगरकोटी आदि थे। युवाओं ने पूरे प्रदर्शन के दौरान संयम भी बरता, माहौल को किसी भी तरह अराजक नहीं होने दिया। पीयूष जोशी ने संविधान की पुस्तक निकाली और माइक पर आर्टिकल-19 पढ़ा। जवाब में युवाओं ने भारत माता की जय के नारे लगाए। युवाओं ने माइक से उनका दर्द समझने की अपील की। कहा कि हम पर डंडे बरसाओगे तो हम इंकलाब से जवाब देंगे। आंदोलन शुरू करने से पहले भी युवाओं ने गीता का पाठ किया और साथ ही रश्मिरथी की कविताएं गुनगुनाईं। युवाओं ने लाठीचार्ज और सीबीआई जांच नहीं कराए जाने पर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। मुख्यमंत्री पर तंज कसा कि वह भी दोबारा परीक्षा देकर विधानसभा पहुंचे हैं। कहा कि परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं का दर्द सरकार नहीं समझ रही है। रोडवेज का फ्री टिकट पकड़ा रही है। हमें रोडवेज का फ्री टिकट नहीं, परीक्षाओं में पारदर्शिता चाहिए।